Sarkari Yojana: किसान देश की शान है और आज के समय में बढ़ती तकनीकी से किसानो के काम भी काफी आसान हो रहे है। किसानो के काम आसान होने के साथ ही जल्दी ही पुरे हो जाते है।
इससे उनका उत्पादन भी काफी अच्छा हो रहा है और समय की भी काफी बचत हो जाती है। केंद्र और राज्य सरकारे किसानो को विभिन्न प्रकार की योजनाओ से लाभान्वित कर रही है।
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कृषि यंत्रो की खरीद पर भी अलग अलग राज्य अलग-अलग तरह से सब्सिडी प्रदान कर रहा है। स्मार्ट खेती प्रणाली में अपशिष्ट को कम कर उपज में बढ़ोतरी करती है।
आज के समय में फसल की कटाई के लिए भी कई सारी नई तकनीकी मशीनों का प्रयोग किया जा रहा है। आप बिना ट्रेक्टर के भी इन मशीनों को आसानी से काम में ले सकते है। इन मशीनों के होने से फसल कटाई का काम काफी आसान हो जाता है।
आज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको फसल कटाई मशीन पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी देंगे। आप हमारे साथ इस लेख के माध्यम से अंत तक जरुर जुड़े रहे। हम आपको सम्पूर्ण जानकारी विस्तार से बताने वाले है।
बिना ट्रेक्टर के काम करेगी ये मशीन
जैसा की हमे पता है स्वचालित रीपर के लिए ट्रेक्टर की जरूरत नहीं पड़ती है। आसानी से बिना ट्रेक्टर के इस मशीन को चलाया जा सकता है। एक होता है ट्रेक्टर रीपर जिसे ट्रेक्टर से जोड़कर चलाया जाता है। देश की सभी राज्य सरकारे किसानो के लिए तकनीकी विकास में आर्थिक मदद कर रही है, इनके लिए किसानो को अनुदान दिया जा रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार भी कृषि अभियांत्रिकरण के लिए लगातार काम कर रही है। राज्य के किसान बिना ट्रेक्टर वाले रीपर का उपयोग काफी कर रहे है। कृषि यंत्रो की खरीद पर राज्य सरकार किसानो को बढ़िया सब्सिडी प्रदान कर रही है।
कितनी मिलेगी सब्सिडी
मशीन की खरीद पर सरकार किसानो को अनुदान उपलब्ध करा रही है। किसानो के द्वारा कृषि यंत्रो के हिसाब से सब्सिडी दी जाती है। इन कृषि यंत्रो पर किसान वर्ग, जोत श्रेणी के अनुसार सब्सिडी दी जाती है।
किसानो द्वारा कृषि यंत्र खरीदने पर सरकार 40 से 50 फीसदी तक सब्सिडी प्रदान करती है। किसान यदि प्रत्येक यंत्र पर मिलने वाली सब्सिडी के बारे में जानकारी लेना चाहते है तो वे ई-कृषि यंत्र अनुदान पोर्टल पर जाकर देख सकते है।
मशीनीकरण से आसान हो रही है खेती
अलग अलग राज्यों द्वारा अलग-अलग योजनाओं का संचालन कर किसानों को सब्सिडी प्रदान की जा रही है। ऐसे में किसान कम लागत पर कृषि यंत्रों को खरीदने में सक्षम हो रहे है। मशीनीकरण से किसानो को काफी लाभ मिल रहा है। किसान के खेती के काम आसान हो रहे है। नई-नई तकनीकी आने से किसानो के काम जल्दी और आसान होते जा रहे है।
कृषि में फसल उद्यानिकी, सब्जी, मसाला, औषधीय, फूलों के उत्पादन में खेत की तैयारी से लेकर बुवाई, सिंचाई, खरपतवार कटाई, गहाई और प्राथमिक प्रोसेसिंग व पैकेजिंग आदि काम में और पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन, रेशम पालन आदि में एडवांस एग्री मशीनों का महत्वपूर्ण योगदान है।
आवेदन कैसे करे ?
- जो भी किसान कृषि यंत्र सब्सिडी के लिए आवेदन करना चाहते है वे आधिकारिक वेबसाइट mpdag.org पर आवेदन कर सकते है।
- सभी कृषि यंत्रो पर अनुदान के लिए आवेदक ई-कृषि अनुदान पोर्टल पर जाकर आसानी से कर सकते है।
- आवेदन करते समय किसान के रजिस्टर्ड नंबर पर OTP भेजे जाएंगे।